गौलापार डिग्री कॉलेज के लिए भूमि चिन्हित करने की समय सीमा तय, एक माह में रिपोर्ट मांगी

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हल्द्वानी। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री, डॉ. धन सिंह रावत ने मंगलवार को गौलापार स्थित उच्च शिक्षा निदेशालय में 82.58 लाख रुपये की लागत से बने कॉन्फ्रेंस हॉल और 10.29 लाख रुपये की लागत से बने कौशल विकास केंद्र का लोकार्पण किया।

इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य डिग्री कॉलेजों में मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाना और छात्रों की आवश्यकताओं को प्राथमिकता देना है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा संस्थानों में गुणवत्ता सुधार के लिए निरंतर प्रयासरत है।

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बैठक के दौरान डॉ. रावत ने गौलापार में कॉलेज के लिए भूमि उपलब्ध कराने में हो रही देरी पर नाराजगी व्यक्त की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक माह के भीतर गौलापार डिग्री कॉलेज के लिए भूमि चिन्हित की जाए। उन्होंने कहा कि सभी डिग्री कॉलेजों में फर्नीचर, कंप्यूटर उपकरण, पुस्तकें आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, और यदि किसी कॉलेज में इन सामग्रियों की कमी हो, तो प्राचार्य अपने मद से इसे खरीदने के लिए सक्षम होंगे।

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मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि राज्य सरकार 1000 स्नातक विद्यार्थियों को प्रतिमाह 5,000 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान कर रही है। बैठक में मंडल के सभी महाविद्यालयों की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई।

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इस अवसर पर मंत्री ने भानु प्रताप सिंह और अमित बेलवाल द्वारा लिखित पुस्तक “विकसित भारत 2047” का विमोचन भी किया।

कार्यक्रम में निदेशक उच्च शिक्षा अंजू अग्रवाल, संयुक्त निदेशक एच.एस. नयाल, सुरेश भट्ट, दिनेश आर्य, अनिल डब्बू, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, मंडल अध्यक्ष पान सिंह मेवाड़ी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।