आईएमए की पासिंग आउट परेड में देहरादून निवासी प्रखर तोमर बने सैन्य अधिकारी
देहरादून। कॉर्बेट हलचल
पिता का अधूरा सपना 40 साल बाद बेटे ने सैन्य अधिकारी बनकर पूरा किया है। भारतीय सेना में सैन्य अधिकारी बने प्रखर तोमर के पिता का सपना था कि वे सेना में अधिकारी बनकर देश सेवा करेंगे। लंबाई कम की वजह से वे सेना में नहीं जा सके। वर्तमान में वे सरकारी शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं।
शनिवार को आईएमए से पास आउट हुए प्रखर तोमर भारतीय सेना में सैन्य अधिकारी बन गए हैं। प्रखर तोमर का परिवार प्रगती विहार नीबूवाला गढ़ी कैंट में रहता है। प्रखर के पिता शिव कुमार तोमर ने बताया कि उन्हें बचपन से सेना में जाने की एक ललक थी। सेना भर्ती के लिए काफी तैयारी भी की। लेकिन वर्ष 2019 में हाइट कम की वजह से भर्ती से वे बाहर हो गए।
सेना में नहीं जानने का शिव कुमार को काफी मलाल था। शादी के बाद शिव कुमार के दो बेटे हुए। शिव कुमार ने ये तय कर लिया था कि वे अपने बेटे को सेना में अवश्य भेजेंगे। बड़े बेटे पुलकित तोमर को उन्हें सेना में भर्ती के लिए पूरी तैयारी कराई। लेकिन सेना में पुलकित तोमर का भी चयन नहीं हो सका।
पुलकित तोमर वर्तमान में इंजीनियर हैं। पिता शिव कुमार फिर भी हार नहीं माने। उन्होंने तय किया कि वे अब छोटे बेटे प्रखर को सेना भर्ती की तैयारी करायेंगे। प्रखर तोमर का उन्होंने केवि ओएनजीसी में दाखिला करवाया। इसके बाद प्रखर का आरआईएमसी में चयन हुआ। आरआईएमसी के बाद प्रखर तोमर आईएमए तक पहुंचे। आज भारतीय सेना में अधिकारी बन गए हैं। पिता शिव कुमार ने कहा कि उनका पूरा परिवार काफी गौरवान्वित महसूस कर रहा है। बेटे ने 40 साल का सपना आज सैन्य अधिकारी बनकर पूरा किया है।
लक्ष्य सेन के साथ खिताब जीतने वाले उज्ज्वल ने भी पहनी फौजी वर्दी

भारत को सबसे कम उम्र में गोल्ड मेडल (राष्ट्रमंडल खेल) दिलाने वाले बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन का साथी उज्ज्वल डोभाल भारतीय सेना में अधिकारी बन गया है। लक्ष्य व उज्जवल की जोड़ी ने राष्ट्रीय स्तर की जूनियर बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में कई खिताब अपने नाम किया हैं।
देहरादून के सरस्वती सोनी मार्ग निवासी उज्ज्वल डोभाल शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी से सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर बतौर अफसर थलसेना में शामिल हो गया है। उज्ज्वल के पिता राकेश डोभाल वरिष्ठ पत्रकार हैं। जबकि मां अंजु डोभाल गृहणी हैं। उज्जवल के बड़े भाई उदित डोभाल एमबीए करने के बाद आस्ट्रेलिया में एक मल्टी नेशनल कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर हैं।


