उत्तराखंड पुलिस का देशव्यापी साइबर एक्शन: ऑपरेशन ‘प्रहार’ के तहत 290 से अधिक अपराधियों पर कार्रवाई
17 राज्यों में एक साथ चली बड़ी कार्रवाई, उत्तराखंड बनी पहली राज्य पुलिस जिसने चलाया ऐसा coordinated अभियान
देहरादून। उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने साइबर अपराधियों के खिलाफ देशभर में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन प्रहार’ के तहत 17 राज्यों में एक साथ छापेमारी कर 290 से अधिक साइबर अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई की है।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत भुल्लर के नेतृत्व में गठित 23 विशेष टीमों ने दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, तमिलनाडु सहित कुल 17 राज्यों में साइबर फ्रॉड, फर्जी कॉल सेंटर, बैंक धोखाधड़ी, ई-कॉमर्स घोटालों और डिजिटल पेमेंट से जुड़े मामलों में लिप्त आरोपियों की पहचान कर 65 अपराधियों पर सीधे कानूनी कार्रवाई की है।
इस ऑपरेशन की रूपरेखा डीजीपी दीपम सेठ के निर्देश पर तैयार की गई थी। योजना का संचालन सीओ साइबर STF अंकुश मिश्रा ने किया। गढ़वाल और कुमाऊं साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला और अरुण कुमार के नेतृत्व में तकनीकी रूप से दक्ष और I4C (Indian Cyber Crime Coordination Centre) से प्रशिक्षित साइबर कमांडो भी इस ऑपरेशन का हिस्सा रहे।
मुख्य आंकड़े और कार्रवाई
- 65 आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई
- 52 फरार अपराधियों की पहचान कर तामील किए गए नोटिस
- 07 जेल में बंद साइबर अपराधियों के विरुद्ध बी-वारंट, जबकि 06 पर जमानतीय वारंट तामील
- 225 फर्जी दस्तावेजों से खोले गए खातों व मोबाइल नंबरों की जानकारी स्थानीय पुलिस को सौंपी
- 30 से अधिक अपराधियों के घरों पर चस्पा किए गए नोटिस
- एक आरोपी की मृत्यु की सूचना भी मिली
राज्यवार प्रमुख कार्रवाई
- दिल्ली-NCR: 44 अभियुक्त
- उत्तर प्रदेश: 33 अभियुक्त
- तमिलनाडु-केरल: 34 अभियुक्त
- पश्चिम बंगाल: 33 अभियुक्त
- राजस्थान: 31 अभियुक्त
- महाराष्ट्र-गोवा: 25 अभियुक्त
- गुजरात: 22 अभियुक्त
- हिमाचल-पंजाब-हरियाणा: 23 अभियुक्त
- कर्नाटक: 15 अभियुक्त
- तेलंगाना: 6 अभियुक्त
- मध्य प्रदेश: 13 अभियुक्त
- आंध्र प्रदेश: 12 अभियुक्त
टीमों को कई क्षेत्रों में भाषाई बाधाओं, भौगोलिक दुर्गमता, सांस्कृतिक विविधताओं और फर्जी दस्तावेजों के चलते पहचान व समन्वय में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर अपराधियों को स्थानीय समर्थन भी मिला, जिससे विरोध की स्थिति बनी।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने कहा कि “ऑपरेशन प्रहार उत्तराखंड पुलिस की साइबर अपराध के विरुद्ध जारी लड़ाई का बड़ा कदम है। चुनौतियों के बावजूद टीमों ने साहस, संयम और तकनीकी दक्षता के साथ अभियान को सफल बनाया।”
पुलिस ने आम जनता से साइबर अपराध के प्रति सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना 1930 हेल्पलाइन या www.cybercrime.gov.in पर देने की अपील की है।


