रामनगर – कॉर्बेट टाईगर रिजर्व में सैलानियों के लिये खुला आठवा नया गर्जिया पर्यटन जोन, वन मंत्री हरक सिंह रावत ने किया नये गर्जिया पर्यटन जोन का किया विधिवत तरीके से आज लोकार्पण,अब कोर्बेट टाइगर रिजर्व में हुये 8 पर्यटन जोन। कार्बेट टाइगर रेज़र्वे के नए जोन का वन मंत्री हरक सिंह रावत ने लोकार्पण किया,आपको बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 1 साल में दो नये पर्यटन जोन खोले गये जिसमे एक पाखरो जोन और दूसरा जिसका आज लोकार्पण किया गया,आपको बता दे कि गर्जिया पर्यटन जोन 5000हज़ार हेक्टेयर में बसा हुआ है,वही कोर्बेट प्रसासन इस जोन को कोर्बेट का प्रसिद्ध जोन ढिकाला जोन की तरह ही मिनी ढिकाला जोन मॉन रहा है,जो जल्द ही देश विदेश में अपनी लोकप्रियता बढ़ाएगा. आज वन मंत्री हरक सिंह रावत ने पूजा अर्चना कर हरी झंडी दिखाकर पर्यटकों की जिप्सियों को इस नए जोन के अंदर सफ़ारी पर रवाना किया.आपको बता दें इस नए पर्यटन जोन में 30 जिप्सियां सुबह व 30 जिप्सियां शाम की पाली में पर्यटकों को भ्रमण पर लेकर जाएंगी.
इस नए पर्यटन जोन में देश में पहली बार 7 महिला गाइडों की भर्ती भी हुई है जो पर्यटकों को भ्रमण पर लेकर जाएंगी, व कॉर्बेट की जानकारियां देंगी, इन 7 महिलाओं को आज वन मंत्री हरक सिंह रावत ने सम्मानित भी किया व कहा कि महिलाएं आज पुरुषों के कंधों से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है जो देश के लिए गौरवान्वित कर देने वाली बात है.
इस मौके पर मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि रामनगर के लोगों की बहुत लंबे समय से मांग थी,जिसमें जिप्सी चालक,होटल व्यवसायी, नेचर गाइड इन सबों की मांग थी कि एक नया जोन पर्यटन ज़ोन खोला जाए क्योंकि कॉर्बेट में बुकिंग फूल होने से पर्यटको को मायूस लौटना पड़ता था,इससे अधितर पर्यटक सफ़ारी का आनंद नही उठा पाते थे,अब ज्यादातर इस समस्या से निजात मिलेगी, वह इसे टूरिज्म इंडस्ट्री को बहुत लाभ पहुंचेगा वही वन मंत्री ने कहा कि वन मंत्री ने कहा कि जैसे इस नए पर्यटन जोन में 30 जिप्सियां सुबह 30 जिप्सियां शाम की पाली में जाएंगी तो इससे जिप्सी चालकों के साथ ही जिप्सी मालिकों को भी रोजगार मिलेगा
जो 60गाइड इन जिप्सियों में जाएंगे उनको रोजगार मिलेगा,
साथ ही होटल व्यवसाईयों को भी इससे लाभ मिलेगा.
वही उन्होंने कहा कि कोर्बेट से रामनगर से कंडी मार्ग होते हुए रामनगर कोटद्वार को बस चलती थी वह माननीय हाईकोर्ट के आदेश के बाद पूर्व में बंद कर दी थी. लेकिन हमने सारा तकनीकी व कानूनी राय लेने के बाद अब हमने कोटद्वार से रामनगर,रामनगर से कोटद्वार बस सेवा शुरू कर दी है इससे निश्चित रूप से जो हमारे दोनों क्षेत्र के प्रदेश है गढ़वाल और कुमाऊं यह बस सेवा केवल एक तरह गरीब लोगों के लिए आने-जाने के लिए सहायता ही नहीं है बल्कि रामनगर से कोटद्वार की दूरी 80 किलोमीटर है कोर्बेट कंडी मार्ग से,वैसे काशिपुर होते हुए 160 किलोमीटर है, इससे किराया भी बचेगा समय भी बचेगा
और यह बस सेवा कुमाऊं और गढ़वाल के दोनों के बीच में एक प्रतीक संस्कृति को जोड़ने के लिए यह बस जानी जाएगी. वही उन्होंने कहा कि कंडी मार्ग जो उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है आम जनमानस के लिए भी उसे खोलने के लिए उच्च स्तर पर वार्ता चल रही है.