चन्द्रशेखर जोशी
रामनगर-अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर
पर राजकीय इंटर कालेज ढेला में बच्चों द्वारा अपनी अपनी दुदबोली में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।कार्यक्रम की शुरुआत लस्का कमर बांधा गीत से हुई।उसके पश्चात हिंदी प्रवक्ता पद्मा के दिशा निर्देशन में कोमल सत्यवली,आकांक्षा सुंदरियाल,खुशी बिष्ट,भावना गिरी भावना नेगी,श्वेता नेगी ने झोड़े प्रस्तुत किए ।दीक्षा ,करीना राय,वैशाली नेगी ने कुमाऊनी में कहानियां सुनाई और कुमाउनी,गढ़वाली,पंजाबी में संवाद भी किया।
इस अवसर पर बोलते हुए अंग्रेजी प्रवक्ता नवेंदु मठपाल ने कहा संयुक्त राष्ट्र (UN) के संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) की महासभा द्वारा वर्ष 1999 में पारित किए जाने के बाद वर्ष 2000 से हर साल 21 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस मनाया जाता है।इस साल का मुख्य विषय ‘बहुभाषी शिक्षा को पीढ़ीगत शिक्षा का आधार घोषित किया गया है।अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस 2024 के थीम को लेकर यूनेस्को की तरफ से कहा गया है कि स्थायी समाज के लिए सांस्कृतिक व भाषाई विविधता जरूरी है।
शांति की स्थापना के लिए यह जरूरी है कि संस्कृतियों और भाषाओं में अंतर को संरक्षित करें, जो दूसरों के प्रति सहिष्णुता और सम्मान को बढ़ावा देता है। बहुभाषी और बहुसांस्कृतिक समाज अपनी भाषाओं के माध्यम से अस्तित्व में हैं जो पारंपरिक ज्ञान और संस्कृतियों को स्थायी तरीके से प्रसारित और संरक्षित करते हैं।
जीवविज्ञान प्रवक्ता सी पी खाती ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बच्चों को मातृभाषा के महत्व को बताया। हीरा सिंह राणा, मथुरादत्त मठपाल,शेरसिंह बिष्ट अनपढ़ आदि कुमाउनी कवियों की कविताओं का पाठ भी किया गया।कार्यक्रम के अंत में उत्तराखंड की अभिनेत्री गीता उनियाल के निधन पर शोक व्यक्त किया गया।
इस मौके पर प्रधानाचार्य श्रीराम यादव,सी पी खाती,नवेंदु मठपाल, पद्मा ,हरीश कुमार,महेंद्र कुमार, जया बाफिला,सुभाष गोला, बालकृष्ण चंद,प्रदीप शर्मा,शैलेंद्र भट्ट ,संजीव कुमार मौजूद रहे।


