संस्कारी पुत्र ही करता है कुल का उद्धारः पंडित त्रिपाठी

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हल्द्वानी। शंकर दत्त पाण्डे द्वारा आयोजित यहां गायत्री कालोनी मल्ली बमौरी में चल रहे श्रीमद् देवी भागवत नवाह ज्ञान यज्ञ में कथा वाचक श्रद्धेय पूज्य पंडित बसन्त बल्लभ त्रिपाठी महाराज ने अपने दिव्य प्रवचन में जन्मेजय महाराज के सर्प यज्ञ से अयोध्या राज के विभिन्न प्रसंग पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए संतान के संस्कारों के बारे में बताया।

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महाराज जी ने कहा कि संस्कारी पुत्र ही कुल का उद्धार करता है। महाराज ने प्रवचन करते हुए बताया कि पिता की मौत का बदला लेने के लिए राजा परीक्षित के पुत्र राजा जनमेजय ने सर्पों के समूल नाश के लिए सर्प मेध यज्ञ कराया। इस दौरान संगीतमय कथा से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। इस धार्मिक आयोजन में दूर-दराज से श्रद्धालु यहां पूजा-अर्चना के लिए महायज्ञ में पहुंचे और कथा सुनने के लिए भी शाम के समय भीड़ जुटी। इस दौरान पं0 ललित किशोर पाण्डे, सुरेश पाण्डे, राजेन्द्र पाण्डे, ममता पाण्डे, नवीन चन्द्र पाण्डे, जगदीश चन्द्र पाण्डे, जीवन पाठक, पदमा दत्त पाण्डे सहित अनेक विद्धान पंडितों ने इस धार्मिक आयोजन में योगदान दिया।