इस बीमारी के चलते 17 वर्षीय मासूम की आकस्मिक मृत्यु से परिवार में छाया मातम

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आज के समय में मौसम बदलने के साथ-साथ बीमारियां भी काफी तेजी से बदलती जा रही है गरीबों को समझाने के बाद अब सर्दियों के मौसम में एक बार फिर से बीमारियों का सिलसिला शुरू हो चुका है और आज के समय में डॉक्टर के द्वारा बताया जा रहा है कि डेंगू और टाइफाइड जैसी बीमारियां काफी तेजी से बढ़ती जा रही है बीमारी के चलते कई लोग अपनी जान गवा देते हैं एक ऐसा ही मामला हल्द्वानी का सामने आ रहा है यहां पर डेंगू और टाइफाइड से 17 साल की मासूम माही जोशी की आकस्मिक मृत्यु हो गई। जिससे परिवार में मातम सा छा गया है ।

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बता दे कि शांति नगर निवासी यशोधर जोशी की पुत्र माही जोशी पॉलिसीट में रहती थी, वह पढ़ने में बहुत ही होशियार थी, इस साल उसका इंटर का एग्जाम होना था। वह हल्द्वानी के बीयर शिवा सीनियर सेकेंडरी स्कूल पर पढ़ती थी। उसके पिता सिडकुल में प्राइवेट नौकरी करते थे लॉकडाउन में उनकी नौकरी भी छूट गई, जिस कारण वह स्कूल की फीस भी नहीं दे पा रही थी।

स्कूल की फीस लगभग ₹50 हजार हो गई थी हेमंत गोनिया द्वारा विद्यालय के प्रबंधन से बात कर उसके ₹50 हजार फीस के रुपए माफ कराए गए थे, हेमंत गोनिया उसके परिवार की हर समय मदद करते रहते थे और उनका परिवार बराबर संपर्क में रहता था। इस लड़की के होनहार होने से कई और लोग भी इसको फीस दिया करते थे,6 दिन पूर्व उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई।

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डेंगू व टाइफाइड बिगड़ जाने के कारण उसकी हालत खराब थी आज बियर सेवा स्कूल में भी माही जोशी के लिए 2 मिनट का मौन रखकर उसकी शांति के लिए प्रार्थना की गई । रानीबाग चित्र शीला घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया गया। माही जोशी की दादी गंगा जोशी व पूरे परिवार का रो रो कर बुरा हाल है।

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उसे हल्द्वानी के सोबान सिंह जीना अस्पताल पर भर्ती कराया गया। जहां उसकी तबीयत अधिक खराब होने के कारण उसे राम मूर्ति बरेली अस्पताल पर भर्ती कराया गया, वहां पर भी उसे उचित इलाज नहीं मिल पा रहा था। डॉक्टर उसे बरेली ले जाने को कह रहे थे, यहां पर भी रिश्तेदार व अन्य लोगों द्वारा उसे लगभग ₹80 हजार चंदा देकर अस्पताल में भर्ती कर दिया गया लेकिन वह आज नहीं बच पाई और उसकी मौत हो गई।

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