Corbetthalchalदेहरादून:
उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बड़ी साइबर धोखाधड़ी के मामले का खुलासा करते हुए 3.20 करोड़ रुपये की ठगी के आरोपी सूरज मौला को पश्चिम बंगाल के खरदह पुलिस स्टेशन क्षेत्र, बैरकपुर कमिश्नरेट से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने फर्जी पहचान और बैंक डिटेल्स का इस्तेमाल कर लोगों को सोशल मीडिया और व्हाट्सएप के जरिए झांसे में लेकर ठगी की साजिश रची थी।
ठगी का तरीका
आरोपी सूरज मौला ने खुद को एक प्रतिष्ठित कंपनी का मैनेजिंग डायरेक्टर बताकर टिहरी गढ़वाल निवासी एक पीड़ित से संपर्क किया। उसने व्हाट्सएप पर खुद की पहचान शेयर कर एक फर्जी प्रोजेक्ट के नाम पर श्याम ट्रेडिंग कंपनी के खाते में 1.95 करोड़ रुपये की एडवांस पेमेंट की मांग की। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी द्वारा सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी और डिटेल्स के जरिए विभिन्न खातों में कुल 3.20 करोड़ रुपये स्थानांतरित कराए गए।
जांच एवं गिरफ्तारी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, STF, उत्तराखंड श्री नवनीत सिंह के निर्देशन में इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच पुलिस उपाधीक्षक श्री अंकुश मिश्रा और निरीक्षक श्री त्रिभुवन रौतेला को सौंपी गई। साइबर क्राइम पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य एकत्र कर मोबाइल नंबर, व्हाट्सएप डेटा, बैंक खातों व सोशल मीडिया प्रोफाइल्स का विश्लेषण किया।
तकनीकी सहायता से की गई ट्रैकिंग के आधार पर आरोपी सूरज मौला पुत्र रुस्तम मौला, निवासी बानाग्राम, ठाकुरपुर, महेशतला, दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल को गिरफ्तार किया गया।
बरामद सामग्री
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से निम्नलिखित सामग्री बरामद की गई:
• 2 मोबाइल फोन मय 3 सिम कार्ड
• 1 ड्राइविंग लाइसेंस
• 1 आधार कार्ड व एक आधार कार्ड की छायाप्रति
• 3 डेबिट कार्ड
• 2 अतिरिक्त सिम कार्ड
आपराधिक रणनीति
पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसने खुद को होटल्स और कंपनियों का फर्जी मैनेजिंग डायरेक्टर बताते हुए लोगों को धोखा दिया। जिन बैंक खातों का उपयोग हुआ, उनमें से कुछ में केवल एक महीने में करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ।
गिरफ्तारी में शामिल STF टीम
• निरीक्षक श्री त्रिभुवन रौतेला
• अपर निरीक्षक श्री सुमेर रावत
• हे0का0 श्री पवन कुमार
• कांस्टेबल श्री केतन बिष्ट
जनता से अपील
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक STF, उत्तराखंड श्री नवनीत सिंह ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान नंबर से आए कॉल या सोशल मीडिया पर प्राप्त मैसेज पर विश्वास न करें। उन्होंने कहा कि:
• अनजान लिंक, ऑफर, और इन्वेस्टमेंट स्कीम्स से बचें
• किसी अंजान व्यक्ति से अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें
• फर्जी वेबसाइट्स और यूट्यूब/टेलीग्राम आधारित इन्वेस्टमेंट ऑफर में पैसा न लगाएं
• संदेह होने पर नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर थाना से संपर्क करें
• साइबर ठगी की स्थिति में 1930 पर तत्काल कॉल करें


