Corbetthalchal.in रामनगर- उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद द्वारा संचालित हाई स्कूल तथा इण्टरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं की लिखित उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 21 मार्च से 4 अप्रैल के बीच किया जाएगा।
परिषद द्वारा आज बुधवार को बोर्ड मुख्यालय स्थित सभागार में मूल्यांकन पूर्व बैठक का आयोजन कर मुख्य नियंत्रक तथा समस्त मूल्यांकन केन्द्रों के प्रधानाचार्य (उप नियंत्रक) को महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। बोर्ड सभापति डॉ. मुकुल कुमार सती सभापति की अध्यक्षता में आयोजित इस मूल्यांकन पूर्व गोष्ठी में समस्त जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारी / मुख्य नियंत्रक तथा समस्त मूल्यांकन केन्द्रों के प्रधानाचार्य (उप नियंत्रक) एवं पर्ववेक्षक उपस्थित रहे। बैठक में मूल्यांकन प्रविधियों के प्रशिक्षण के माध्यम से मूल्यांकन के सफल संचालन हेतु महत्वपूर्ण निर्देश दिये गये।
सचिव विनोद प्रसाद सिमल्टी द्वारा बैठक के उद्देश्य एवं मुख्य नियंत्रक/उप नियंत्रक / कोठारी के कर्त्तव्य एवं दायित्व, अपर सचिव बीएमएस रावत द्वारा परीक्षकों एवं उप प्रधान परीक्षकों तथा पर्यवेक्षक के मूल्यांकन सम्बन्धी कर्त्तव्य एवं दायित्व, उप सचिव सुषमा गौरव द्वारा अंकेक्षकों के मूल्यांकन सम्बन्धी कर्त्तव्य एवं दायित्व, शोध अधिकारी शैलेन्द्र जोशी एवं डॉ. नन्दन सिंह विष्ट द्वारा अंक योजना आधारित चरणबद्ध मूल्यांकन, अंकों की अंकना एवं डाटा पंचिंग तथा मूल्यांकन त्रुटियों एवं निराकरण सम्बन्धी निर्देश पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।
सचिव वीपी सिमल्टी ने बताया कि प्रदेश भर में लिखित उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन हेतु 29 मूल्यांकन केन्द्र बनाये गये हैं। लिखित उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य दिनांक 21 मार्च से 4 अप्रैल के बीच किया जायेगा। लिखित उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य हेतु हाईस्कूल में 1476 परीक्षक, 154 उप प्रधान परीक्षक, 308 अंकेक्षकों की नियुक्ति तथा इण्टरमीडिएट में 1379 परीक्षक, 149 उप प्रधान परीक्षक, 298 अंकेक्षकों की नियुक्ति की गयी है।
बैठक में अपर निदेशक गढ़वाल मण्डल कंचन देवराड़ी, मुख्य शिक्षा अधिकारी उत्तरकाशी, टिहरी, रूद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, नैनीताल सहित अन्य जनपदों के प्रतिनिधि, मूल्यांकन केन्द्रों के उप नियंत्रक, पर्यवेक्षक, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एनके जोशी, प्रशासनिक अधिकारी इन्दु प्रकाश नेगी एवं गंगा प्रसाद उनियाल आदि ने प्रतिभाग किया।


