हल्द्वानी: मुख्य चिकित्साधिकारी नैनीताल के निर्देश पर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हल्द्वानी क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित तीन झोलाछाप क्लीनिकों पर छापा मारा। कार्रवाई के दौरान क्लीनिक संचालकों के पास कोई वैध दस्तावेज या चिकित्सा संबंधी डिग्री नहीं पाई गई, जिसके चलते विभागीय कार्रवाई की गई।
इस छापेमारी टीम का नेतृत्व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्वेता भंडारी और संयुक्त निदेशक ग्रेड डॉ. चंद्रा पंत ने किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रामपुर रोड स्थित तीन क्लीनिकों, सौर चंद्र क्लीनिक, विश्वजीत क्लीनिक गन्ना सेंटर, और कमला क्लीनिक का निरीक्षण किया। जांच के दौरान पाया गया कि इन क्लीनिकों में बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण भी मानकों के अनुरूप नहीं किया जा रहा था।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मौके पर मौजूद संचालकों से वैध दस्तावेज मांगे, लेकिन वे कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सके। इस पर विभाग ने तत्काल इन क्लीनिकों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई शुरू कर दी। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ ऐसी छापेमारी अभियान आगे भी जारी रहेगा।
स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी दी है कि अवैध क्लीनिकों से न केवल मरीजों की जान को खतरा होता है, बल्कि यह स्वास्थ्य नियमों का भी खुला उल्लंघन है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।