प्रधानाध्यापक पर यौन शोषण और फर्जीवाड़े का आरोप, शिक्षा विभाग की सख्त कार्रवाई

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 उत्तराखंड में हैरान और शर्मसार कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है। जिसमें प्रधानाध्यापक पर महिला कर्मचारी के यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। जिस पर आरोपी के खिलाफ शिक्षा विभाग ने कड़ा एक्शन लिया है। 

दरअसल उधमसिंह नगर जिले के सिडकुल क्षेत्र स्थित उकरौली के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक द्वारा महिला कर्मचारी के यौन शोषण और विद्यालय में फर्जी छात्रों के नाम पर सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला सामने आया है।
शिक्षा विभाग की जांच में आरोपों की पुष्टि होने के बाद आरोपी प्रधानाध्यापक सरबजीत सिंह को निलंबित कर रुद्रपुर मुख्यालय अटैच कर दिया गया है।

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जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (DEO) हरेंद्र मिश्रा ने सोमवार को विद्यालय का निरीक्षण कर मामले की जांच की। जांच में सामने आया कि प्रधानाध्यापक पिछले दो वर्षों से भोजन माता का यौन उत्पीड़न कर रहा था। पीड़िता ने जांच अधिकारियों को अपना बयान देते हुए पूरी घटना की जानकारी दी।
डीईओ ने इसे गंभीर आपराधिक मामला बताते हुए पीड़िता को पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी है।

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जांच के दौरान स्कूल में दर्ज 360 छात्रों में से केवल 123 छात्रों के आधार कार्ड ही सत्यापित पाए गए। शेष नाम फर्जी निकले, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि विद्यालय में छात्रवृत्ति, मिड-डे मील और अन्य योजनाओं के नाम पर सरकारी धन की हेराफेरी की जा रही थी। यह भी आशंका जताई जा रही है कि यह फर्जीवाड़ा लंबे समय से चल रहा था।

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जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा, “विद्यालय में बच्चों की संख्या बढ़ाकर योजनाओं का लाभ उठाना गंभीर अनियमितता है। साथ ही महिला कर्मचारी के शोषण जैसे कृत्य को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” मामले को अब पुलिस को सौंपने की तैयारी की जा रही है ताकि आगे की विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके।

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