आठ दुधारू पशुओं से कमा रहे 50 हजार मासिक लाभ
100 नाली भूमि पर सब्जी और अनाज से कमाए 70 हजार
बागेश्वर। कार्बेट हलचल
रोजगार के अभाव में जहां पहाड़ के गांव पलायन से खाली हो गए वही गरुड़ के कन्सयारी गांव में केशर सिंह भरड़ा ने तरक्की के रास्ते तैयार किए हैं। डेयरी पशुपालन और सब्जी उत्पादन से केशर महीने में 70 हजार से ज्यादा का लाभ लेकर युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं। शुक्रवार को बागेश्वर की जिलाधिकारी रीना जोशी ने भी उनके गांव जाकर उनकी उद्यमशीलता को बारीकी से जाना।
दो पीढ़ियों से मिली उन्नत नस्ल की 8 बछिया
इस दौरान केशर सिंह भरड़ा ने बताया कि वह डेयरी फार्म में 6 गाय व 2 भैंस पाल रहे हैं, जिनमें से 4 गायों में पहली बार सैक्स सोट्रेड सिमन से गर्भधारण कराया तो 2 बछिया हुर्इ। आठ माह बाद शेष 2 गायों को सैक्स सोट्रेड सिमन से गाभिन कराया गया, जिससे 2 और बछिया प्राप्त हुर्इ। इस तरह दो पीढियों में उनके पास साहीवाल क्रास एसएसएस से उन्नत नस्ल की दो गाय और 8 बछियों को पाला जा रहा है। वह प्रतिदिन 70 लीटर दूध उत्पादन कर प्रतिमाह 50 हजार रुपया शुद्ध लाभ कमा रहे हैं।
पॉलीहाउस, खेती, मछली और बकरी पालन भी
केशर सिंह ने बताया कि पशुपालन के साथ ही वे पालीहाउस में सब्जी उत्पादन कर रहे है तथा 100 नाली में खेती कर रहे है। बासमती धान, लाल धान, गडेरी उत्पादन कर 70 हजार का लाभ अर्जित कर किया। साथ ही बकरी पालन, मत्स्य पालन व किवी उत्पादन का वर्ष भर लाभ अर्जित कर रहे है।
ऐसे किसानों को विभागीय योजनाओं से जोड़ें
जिलाधिकारी ने केशर सिंह के कार्यों की सराहना करते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व मुख्य कृषि अधिकारी को और काश्तकारों को भी प्रेरित करने के निर्देश मौके पर दिये। डीएम रीना जोशी ने ऐसे प्रगतिशील काश्तकारों व पशुपालकों को चिन्हित करते हुए विभागीय योजनाओं से जोड़ने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
पोल्ट्री यूनिट का जायजा लिया
इस दौरान जिलाधिकारी ने दुदिला गॉव में नरेश कुमार के पोल्ट्री फार्म का भी निरीक्षण किया। राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजनान्तर्गत मदर पोल्ट्री यूनिट 2017-18 से संचालित है। अभी नरेश कुमार के पास 2500 चूज कोरोयलर व 100 मुर्गियां है। नरेश कुमार वर्तमान में अपने कुक्कुट फार्म से 50 हजार रू प्रति माह अर्जित कर रहे हैं, साथ ही मत्स्य पालन करते है।