देहरादून। कॉर्बेट हलचल
उत्तराखंड से मानसून विदा हो गया है। इस साल मानसून में सामान्य वर्षा 1128 एमएम दर्ज की गई। मानसून नौ दिन देरी से आया और 14 दिन देरी से विदा हुआ।
पोस्ट मानसून में भी खूब बरसे बदरा
एक से 14 अक्तूबर तक पोस्ट मानसून में प्रदेश में 115 मिलीमीटर (मिमी.) हुई। पिछले आठ दिन में ही सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। नैनीताल में सबसे ज्यादा 245.7 मिमी जबकि सबसे कम रुद्रप्रयाग में 31.5 मिमी ही बारिश हुई।
14 दिन देरी से विदा हुआ मानसून
मौसम विभाग ने शुक्रवार को उत्तराखंड से मानसून की विदाई की घोषणा कर दी। विभाग के निदेशक डा. बिक्रम सिंह के मुताबिक उत्तराखंड में 20 जून से मानसून सक्रिय होता है। लेकिन इस बार 29 जून से राज्य में मानसून की बारिश का दौर शुरू हुआ था। इसी तरह मानसून के उत्तराखंड से विदा होने की तिथि 30 सितंबर है लेकिन इस बार 14 दिन देरी से 14 अक्तूबर को मानसून विदा हुआ। राज्य में औसत से तीन फीसदी कम बारिश हुई। इसे सामान्य स्थिति माना जाता है।
20 को पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बारिश
विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पश्चिमी हिमालयन रीजन के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। बिक्रम सिंह के मुताबिक उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में 20 अक्तूबर के आसपास हल्की बारिश होने का अनुमान है।
दिन में गर्मी, रात को सर्दी का अहसास
उत्तराखंड के तराई भाबर में मौसम बदल रहा है। दिन में गर्मी हो रही है तो रात को सर्दी का अहसास होने लगा है। शुक्रवार को ही अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक 18 अक्टूबर तक मौसम शुष्क रहेगा।
बच्चों बूढ़ों की सेहत का ध्यान रखें
इन दिनों दिन में धूप और रात को तापमान में कमी से बदलते मौसम में बच्चों की सेहत नासाज हो रही है। बच्चे सर्दी, खांसी व बुखार की चपेट में आ रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डा. अशोक कुमार और डा. विशाल कौशिक कहते हैं कि बच्चों में वायरल यानि सर्दी, खांसी व बुखार ज्यादा देखा गया है। धूप और रात को हल्की ठंड की वजह से इस तरह की दिक्कत हो रही है। बच्चों को ठंडे पानी, कोल्ड ड्रिंक्स आदि से दूर रखें। बच्चों की तबीतयत खराब हो जाए तो विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाएं।