रामनगर-कार्बट टाइगर रिजर्व की बेला रेज के अन्तर्गत मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटना हेतु चिन्हित किये गये बाघ को ट्रैक्युलाईज कर पकडे जाने हेतु प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) / मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखण्ड की अनुमति के उपरान्त कार्बेट टाइगर रिजर्व की वन्यजीव रेस्क्यू टीम द्वारा गत 01 माह से अधिक समय से लगातार प्रयास किया जा रहा है। बाघ की क्षेत्र में उपस्थिति तथा उसकी गतिविधि को ट्रैक करने हेतु ड्रोन तथा कैमरा ट्रैप का उपयोग भी किया जा रहा है।
क्षेत्र में बाघ की उपस्थिति के प्रमाण मिले हैं तथा रेस्क्यू टीम द्वारा चिन्हित किये गये स्थलों पर बाघ को पकडने के लिए दो पिंजड़े भी लगाये गये हैं। कार्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन का पूर्ण प्रयास है कि जल्दी से जल्दी चिन्हित किये गये बाघ को ट्रैक्युलाईज कर अथवा पिजड़े में पकड़ा जा सके। इस पूरे प्रयास की सघन मौनीटरिंग की जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों से सहयोग की अपील की जाती है कि चिन्हित किये गये बाघ को पकड़े जाने तक ढेला रेंज के बफर वन क्षेत्र में अनावश्यक व अकेले प्रवेश न करें। क्षेत्र में कार्बेट टाइगर रिजर्व का स्टाफ व स्थानीय ग्रामीणों की सुरक्षा व सहयोग के लिए कटिबद्ध है तथा आपके सहयोग से ही आपकी सुरक्षा का प्रयास सफल हो सकेगा।
वहीं पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने किया ऐलान मेरा जो कल आत्मदाह का कार्यक्रम था उसमें आंशिक फेरबदल हुआ है।अब कार्यक्रम झिरना गेट पर ना होकर सेमलखलिया चैराहे पर होगा।क्यु की संघर्ष समिति ने भी एक धरना सावल्दे के पास रखा है जिस कारण टकराव की स्थिति हो सकती है।