कांगड़ा घाट,हरिद्वार में SDRF उत्तराखण्ड की तत्परता से 28 कांवड़ियों को मिला जीवनदान
आज दिनाँक 29 जुलाई 2024 को SDRF उत्तराखण्ड पुलिस के जवानों द्वारा कांवड़ मेले के दौरान कांगड़ा घाट पर नियुक्त रहते हुए कुल 28 कांवड़ियों को डूबने से बचाया गया है जिनका विवरण निम्नवत है:-
कांगड़ा घाट पर एक कांवड़िया साहिल, उम्र 19 वर्ष पुत्र श्री अशोक, निवासी- अदम ताड़ी दादरी रोहतक हरियाणा, स्नान करते समय नदी के तेज बहाव में डूबने लगा। कांगड़ा घाट पर तैनात एसडीआरएफ जवान द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए कांवड़िये को सकुशल रेस्क्यू किया गया।
कांगड़ा घाट पर स्नान करने के दौरान 04 युवक 1. राजकुमार पुत्र प्रेमकरन, उम्र- 16 वर्ष, 2. करण कुमार पुत्र सुरेन कुमार, उम्र- 16 वर्ष, 3. सचिन कुमार पुत्र राजू पासवान उम्र 18 वर्ष, 4. रुपेश कुमार पुत्र हेमकरण उम्र- 23, निवासी- हापुड़ रोड रूसीपुर मेरठ, नदी के तेज बहाव में डूबने लगे, जिन्हे देखकर एसडीआरएफ टीम द्वारा तैरकर व डग्गी की सहायता से लगभग 150 मीटर तक उनका पीछा करते हुए चारों को सकुशल रेस्क्यू किया गया।
कांगड़ा घाट पर स्नान करने के दौरान 02 युवक सागर पुत्र श्री रामभोल, उम्र- 18 वर्ष एवम विकास पुत्र श्री विक्रम गंगा नदी के तेज प्रवाह की चपेट में आकर डूबने लगे। मौके पर मौजूद SDRF टीम द्वारा तत्काल नदी में छलांग लगाकर दोनों को सकुशल रेस्क्यू किया गया।
कांगड़ा घाट पर डूब रहे 03 युवकों विजय पुत्र श्री किताब सिंह उम्र 23 वर्ष, साहिल पुत्र श्री दयानंद उम्र 23 वर्ष, अजय पुत्र श्री करणवीर उम्र 22 वर्ष, तीनों युवक जींद हरियाणा निवासी हैं, को SDRF टीम द्वारा सकुशल रेस्क्यू किया गया।
कांगड़ा घाट पर स्नान के दौरान डूब रहे यशपाल पुत्र अर्जुन पाल, उम्र 22 साल, निवासी- टीकमगढ़ SDRF टीम द्वारा सकुशल रेस्क्यू किया गया।
SDRF द्वारा कांवड़ मेले के दौरान किये जा रहे त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन से अब तक 68 कांवड़ियों को नया जीवन मिला है। SDRF जवानों के समर्पण व कर्तव्यनिष्ठा की घाट पर मौजूद कावड़ियों, स्थानीय व्यक्तियों तथा परिजनों द्वारा अत्यधिक प्रशंसा की है।
एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम
1. SI पंकज सिंह खरोला
2. मुख्य आरक्षी आशिक अली
3. आरक्षी प्रदीप रावत
4. फायरमैन लक्ष्मण सिंह
5. आरक्षी अनिल कोटियाल
6. फायरमैन संदीप
7. Tech सुमित
8. मनोज