ड्यूटी से नदारद रहने वाले डॉक्टर ने आयुक्त के समक्ष दर्ज कराए बयान, होगी जांच

ख़बर शेयर करें -

हल्द्वानी। आयुक्त दीपक रावत ने शनिवार को  कैम्प कार्यालय में जनसुनवाई कर मौके पर शिकायतों का समाधान किया। जन शिकायतों में अधिकांश शिकायतें, भूमि विवाद, पारिवारिक विवाद व अतिक्रमण, सड़क, जलभराव, आपदा राहत आदि से सम्बन्धित आई।

कई वर्षों से लम्बित भूमि विवाद की समस्याओं में धनराशि व भूमि वापस मिलने पर लोगों द्वारा आयुक्त का आभार व्यक्त किया।    

    जनपद के सभी सीएचसी/पीएचसी सेंटरों में बायोमैट्रिक मशीन से चिकित्सक एवं कार्मिकों की उपस्थित अनिवार्य है। इसके लिए सीएमओ सभी पीएचसी सेंटरों में बायोमैट्रिक मशीनें लगवाना सुनिश्चित करें। 

    जनसुनवाई मे आयुक्त श्री रावत ने कहा कि  पर्वतीय जनपदों में दुरस्त क्षेत्रों मेंं जहां पर निजी चिकित्सालय नहीं केवल लोगों को सरकारी चिकित्सालयों पर ही आश्रित होना पड़ता है और आपदा के दौरान सडक मार्ग क्षतिग्रस्त हो जाने से मार्ग बन्द हो जाते है, और लोग कही नही जा सकते इस दौरान पर्वतीय क्षेत्रों के इस प्रकार के चिकित्सालयों में डाक्टरों एवं कार्मिकों की नियिक्त शतप्रतिशत अनिवार्य है। आयुक्त ने मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 हरीश चन्द्र पंत को पर्वतीय क्षेत्रों में इस प्रकार के चिकित्सालयों मे शतप्रतिशत चिकित्सक की तैनाती के निर्देश दिये। 

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर-(दशहरा पर्व) ये रहेगा रामनगर यातायात डायवर्जन प्लान,पढ़े

   आयुक्त श्री रावत ने सीएमओ को निर्देश दिये कि पर्वतीय दुरस्थ क्षेत्रों में जहां पीएचसी सेंटर हैं उनकी साप्ताहिक मानिटरिंग करना सुनिश्चित करें। 

   जनसुनवाई में काफी संख्या में भूमि विवाद आने पर आयुक्त ने भूमि क्रय करने वाले सभी क्रेताओं से कहा कि भूमि क्रय करने के पश्चात भूमि का सीमांकन व चाहरदीवारी अवश्य कर लें। उन्होंने कहा लोग भूमि क्रय कर लेते है लेकिन सीमांकन व चाहरदीवारी नही करने से कुछ वर्षों के पश्चात मौके भूमि उपलब्ध नही होती है उस स्थान पर दूसरा व्यक्ति काबिज हो जाता है। इसलिए सभी इस प्रकार के कृत्य से बचने के लिए भूमि सीमांकन अवश्य करें।    

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड में इस दिन से शुरू होंगे 38वें राष्ट्रीय खेल

   विगत दिनों आयुक्त दीपक रावत द्वारा ओखलढूंगा चिकित्सालय में वार्ड ब्वॉय द्वारा उपस्थित रजिस्टर में हस्ताक्षर करने पर आयुक्त ने सीएमओ के साथ ही ओखलढूगा के चिकित्सासक डा0 सोहित चंद्र को तलब किया। जुलाई में डा0 सोहित केवल दो दिन ही आये लेकिन हस्ताक्षर पंजिका में पूरे माह के हस्ताक्षर किये गये। ओखलढूगा के चिकित्सक के बयान से आयुक्त संतुष्ट नही होने पर। आयुक्त ने मुख्य विकास अधिकारी को जांच के आदेश दिये। उन्होंने कहा जांच में कृत्य पाये जाने पर सम्बन्धित चिकित्सक के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।

    जनसुनवाई में भुवन गुणवंत निवासी रामगढ ने बताया कि रामगढ ब्लाक में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जो नये कार्य किये जा रहे है जलसंस्थान द्वारा पुरानी पाईप लाईनों से पानी जोड दिया है नई पाईप लाईन नही बिछाई गई है। जिस पर आयुक्त ने जेजेएम के अधिशासी अभियंता को कार्यालय में तलब कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।

यह भी पढ़ें 👉  महिंद्रा XUV500 वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर सड़क से नीचे गहरी खाई में गिरा,चार व्यक्ति थे सवार

 अर्चना इंटिरियर डिजाइनर ने बताया कि उनके द्वारा बजूनियाहल्दू में दो भवनों का कार्य किया गया लेकिन 60 लाख की धनराशि भवन स्वामी द्वारा नही दी गई। आयुक्त ने दोनो पक्षों को आने वाले जनसुनवाई मे तलब किया। जनसुनवाई में कुंदन सिह नेगी सैनिक दमुवांढूगा ने भूमि क्रय की थी लेकिन मौके पर भूमि नही होने,गंगा देवी निवासी हल्दूचौड ने दुकान का कब्जा दिलाने की मांग की, ताहिर हुसैन ने वन विभाग से मुआवजा दिलाने की मांग की। जनसुनवाई मे अधिकांश शिकायतों का आयुक्त द्वारा मौके पर समाधान किया गया।