Corbetthalchalपाटकोट (नैनीताल)-राजकीय इंटर कॉलेज पाटकोट में चल रहे भारतीय भाषा समर कैंप के अंतर्गत विद्यार्थियों द्वारा संस्कृत भाषा में प्रार्थना, समूह गान और देशभक्ति गीतों की प्रस्तुतियाँ उत्साहपूर्वक दी जा रही हैं। समर कैंप के षष्ठम दिवस पर संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, श्लोक गायन तथा संस्कृत वाक्य रचना प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
समर कैंप के प्रशिक्षक डॉ. हेम चंद जोशी ने जानकारी दी कि विभागीय निर्देशों के अनुसार संचालित इस संस्कृत भाषा समर कैंप में लगभग 60 विद्यार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं। विद्यार्थियों को चार समूहों—कपिल, कणाद, पाणिनि तथा भारद्वाज—में विभाजित किया गया है, जिनके मध्य विभिन्न प्रतियोगिताएँ कराई जा रही हैं।
डॉ. जोशी के अनुसार, सभी बच्चे आनंदपूर्वक खेल-खेल में संस्कृत भाषा का अभ्यास कर रहे हैं और प्रार्थनाएँ, देशभक्ति गीत तथा समूह गान बड़े अनुशासन और उत्साह के साथ प्रस्तुत कर रहे हैं।
मार्गदर्शक शिक्षक श्री जगदीश सती ने संस्कृत भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह भाषा भारतीय संस्कृति की आत्मा है। वेद, पुराण और महाकाव्य संस्कृत भाषा में ही रचित हैं, जो विश्व को जीवन का अद्भुत दर्शन प्रदान करते हैं।
भाषा शिक्षिका श्रीमती वर्षा रानी ने दैनिक जीवन में प्रयुक्त होने वाले संस्कृत शब्दों और वाक्य रचना से संबंधित गतिविधियाँ बच्चों को रोचक ढंग से कराई, जिससे विद्यार्थियों में संस्कृत के प्रति सहज आकर्षण उत्पन्न हुआ।
समर कैंप के सफल संचालन में प्रियंका, सौरभ मावड़ी, शैलेश कुमार एवं धारा वल्लभ बधानी का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।


