ग्लेशियर टूटा, तबाही टली: बदरीनाथ में खौफ, लेकिन राहत की खबर

ख़बर शेयर करें -

उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है। बदरीनाथ क्षेत्र में कुबेर पर्वत से एक बार फिर ग्लेशियर टूटने की घटना सामने हुई है। टूटकर आया बर्फ़ीला हिस्सा कंचनगंगा नाले में समा गया। गनीमत रही कि इस घटना में किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

यह भी पढ़ें 👉  पीएम मोदी का दिल्ली ब्लास्ट पर कड़ा संदेश – ‘षड्यंत्रकारियों को नहीं बख्शा जाएगा’

उप जिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ ने बताया कि ग्लेशियर और चट्टान का एक हिस्सा टूटकर गिरा, लेकिन अभी तक जान-माल की क्षति की कोई पुष्टि नहीं हुई है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

यह पहला मौका नहीं है जब इस क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने की घटना हुई हो। इसी साल 28 फरवरी को भारत-चीन सीमा के पास माणा कैंप के नजदीक भारी हिमस्खलन हुआ था, जिसमें निर्माण कार्य में लगे 55 मजदूर बर्फ में दब गए थे।

यह भी पढ़ें 👉  जनसुनवाई में मुख्यमंत्री का संदेश: हर शिकायत का होगा तुरंत समाधान 

इससे पहले, 2021 में चमोली के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से बड़ी त्रासदी हुई थी। उस हादसे में ऋषिगंगा नदी में आई बाढ़ के कारण 206 लोगों की मौत हो गई थी।

यह भी पढ़ें 👉  बिग ब्रेकिंग-(उत्तराखंड) दिल्ली स्थित लाल किले के समीप हुए कार धमाके के दृष्टिगत राज्य में High Alert जारी, वीडियो

बार-बार हो रही ऐसी घटनाएं जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय असंतुलन को लेकर गहरी चिंता पैदा कर रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ते तापमान और अनियोजित विकास इन आपदाओं को और बढ़ा रहे हैं।

Ad_RCHMCT