रामनगर ब्लाक की 30 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत हुए कामों की सोशल ऑडिटिंग टीम द्वारा निकाली गई गलतियों पर दो सदस्यीय ज्यूरी ने अनेक महत्वपूर्ण फैसले लिए।ढाई सौ से अधिक फैसलों पर सुनवाई करते हुए ज्यूरी सदस्य शिक्षक नवेंदु मठपाल और सहायक अभियंता प्रमोद कुमार ने मनरेगा कार्य से संबंधित कर्मचारी,अधिकारी को आर्थिक दंड दिया,कुछ मामलों में वसूली का आदेश भी दिया गया,कुछ अन्य में भविष्य में काम में सुधार लाने की चेतावनी संबंधित कार्मिक को दी गई।किए गए काम के बाबत दीवार लेखन न होने पर आदेशित किया गया कि बजट आते ही नियमानुसार दीवार लेखन अवश्य किया जाय।
अनेक ग्राम पंचायतों के श्रमिकों द्वारा रोजगार न दिए जाने के बाबत जूरी ने आदेश दिया कि जॉब कार्ड बना ग्रामवासियों को अवश्य रोजगार उपलब्ध कराया जाय।बिलों के रख रखाव में गड़बड़ी संबंधी मामलों में रखरखाव को तत्काल दुरुस्त किए जाने और भविष्य में गलती न दोहराएं जाने के आदेश दिए गए।
खंड विकास अधिकारी उमा कांत पंत के अनुसार ब्लाक की 53 में से 30 ग्राम पंचायतों में विगत पंद्रह दिन से देहरादून से आई हुई टीम द्वारा मनरेगा कामों का सामाजिक अनुश्रवण किया गया।
टीम इंचार्ज मधुश्री के नेतृत्व में तेईस सदस्यीय टीम इन दिनों गांवों में ही रही और ग्राम विकास अधिकारियों द्वारा गांवों में कराए गए काम का ग्रामवासियों से संपर्क कर वास्तविकता जानी गई।दस्तावेजों का काम के साथ मिलान किया गया।ब्लाक के शेष गांवों में अब 24 दिसंबर तक यह टीम भ्रमण कर मिलना करेंगी।फिर ज्यूरी के समक्ष अनियमितताओं को रखा जाएगा।इस दौरान ग्राम प्रधान संघ अध्यक्ष राहुल डंगवाल, ग्राम विकास अधिकारी खुशाल सिंह मर्तोलिया,अनिल थुवाल,प्रकाश मठपाल, कार्यक्रम अधिकारी मनोज।पाल,देवकी कांडपाल, अमीर चंद्र कांबोज मौजूद थे।